भारतिय मुलनिवासीयोंका संवैधानिक स्थान

Authors

  • Dr. Sudhir Pandey Assistant Professor, Department of Political Science D.S.V.K Patil Mahavidyalaya Chandrapur, M.S

Keywords:

Indian Constitution, Tribal rights

Abstract

भारतीय संविधान निर्माता समिति ने मूलनिवासियों की भारत देश में कोई परिभाषा नहीं की है और ना ही उसको संविधान में उद्घोषित किया है। दुनिया में 9 अगस्त को मूलनिवासी दिन के रूप में मनाया जाता है परंतु भारत यह संवैधानिक तरीके से मूलनिवासियों का अधिवास भारत देश को नहीं मानता और ना ही उसे  मूलनिवासियों के देश में मान्यता देता है। इस भारत देश में रहने वाले सभी जाति, धर्म, भाषा, संस्कृति के लोग अपने आप को मूलनिवासी  कहते  हैं ।  भारत देश का प्राचीन नाम आर्यावर्त कहा जाता है जो उच्च वर्णियों  द्वारा संक्षेप्ति  है।  यह सिद्ध कैसे किया जाए कि भारत यह मूलनिवासियों का देश है, या यहां मूलनिवासी रहते हैं।

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Published

2022-01-30

How to Cite

Pandey, S. . (2022). भारतिय मुलनिवासीयोंका संवैधानिक स्थान . AGPE THE ROYAL GONDWANA RESEARCH JOURNAL OF HISTORY, SCIENCE, ECONOMIC, POLITICAL AND SOCIAL SCIENCE, 3(1), 5–8. Retrieved from https://www.agpegondwanajournal.co.in/index.php/agpe/article/view/56